सपा की लोकसभा प्रत्याशी पूर्व सांसद के सामने आपस मे भिड़े सपाई , जिलाध्यक्ष बोले चुनाव के पहले की रिहर्सल थी

सपा की लोकसभा प्रत्याशी पूर्व सांसद के सामने आपस मे भिड़े सपाई , जिलाध्यक्ष बोले चुनाव के पहले की रिहर्सल थी

सपा की मासिक बैठक में लोकसभा प्रत्याशी बनकर पहली बार सपा दफ्तर पहुँची पूर्व सांसद ऊषा वर्मा के सामने सपा कार्यकर्ता आपस मे खूब भिड़े , जमकर गाली गलौज हुआ । सपा जिलाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं की इस भिड़ंत पर कहा कि ये हमारी रिहर्सल थी , चुनाव में बाहर कुछ हो ऐसा उसके लिए हम ऐसी रिहर्सल करते रहते हैं ।

हरदोई जिले में समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक में भयंकर गतिरोध तब नजर आया जब समाजवादी पार्टी द्वारा हरदोई लोकसभा सीट के लिए घोषित पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी दफ्तर पर मासिक बैठक में पहुंची थी। बैठक शुरू होने से पूर्व ही पार्टी के जिला अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में आपस में नारेबाजी को लेकर जोरदार झड़प हो गई।  कुछ देर के हंगामे के बाद पुराने समाजवादी पार्टी के नेताओं ने बीच बचाव करके मामले को किसी तरह शांत कराया।  इसके बाद मासिक बैठक प्रारंभ हुई समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष और पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प को लेकर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के अनुसार उन्होंने इसे चुनाव को लेकर रिहर्सल बताया

आपस में झड़पबाजी की यह तस्वीर समाजवादी पार्टी के हरदोई स्थित दफ्तर की है।  जहां पर आज समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें पार्टी द्वारा हरदोई और मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र के घोषित प्रत्याशियों के अलावा कांग्रेस के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया था।  हरदोई लोकसभा क्षेत्र से घोषित प्रत्याशी उषा वर्मा बैठक में पहुंची उसके बाद कुछ कार्यकर्ता अखिलेश यादव के साथ राजपाल कश्यप और कुछ अन्य समाजवादी पार्टी के नेताओं के नारे लगाने लगे। आरोप कि इसी बात को लेकर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने नारा लगा रहे हैं कार्यकर्ताओं को केवल अखिलेश यादव के नारे लगाने को कहा।  जब वह कार्यकर्ता नहीं माने तो उन्हें कार्यालय से चले जाने को कहा। 

इसी बात को लेकर कार्यकर्ताओं और जिला अध्यक्ष में झड़प होने लगी नौबत हाथापाई तक आ गई।  इसके बाद समाजवादी पार्टी के कुछ पुराने कार्यकर्ताओं ने बीच में पड़कर मामले को शांत कराया और उसके बाद मासिक बैठक प्रारंभ हुई।  इस मामले को लेकर सपा कार्यकर्ता के मुताबिक वह अखिलेश यादव और घोषित प्रत्याशी उषा वर्मा को लेकर नारे लगा रहे थे जिसका समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने विरोध किया जबकि समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के मुताबिक उन्होंने अखिलेश यादव के नारे लगाने की बात की थी जिसको लेकर थोड़ी बहुत बातचीत हुई जिला अध्यक्ष ने बताया कि यह पार्टी का आपसी मामला है और यह चुनावी रिहर्सल का हिस्सा है।



 ये सपा है मतलब समाप्तवादी पार्टी, चुनाव से पहले ही इनकी हार घोषित है और हारने जा रहीं प्रत्याशी का दुर्भाग्य है कि वो समाप्तवादी पार्टी की प्रत्याशी है।
smawadhbjp@gmail.com, 27 February 2024

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